



पिथौरा। छ.ग.सृजन 10/08/2025 बसना विधानसभा के जनपद पंचायत पिथौरा अंतर्गत नेशनल हाईवे 53 से ग्राम मुढ़ीपार एवं गोड़बहाल के बीच सड़क बुरी तरह खस्ता हाल हो चुका है जिससे क्षेत्र के लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है गोड़बहाल मुढ़ीपार से एन एच 53 को जोड़ने वाली पीडब्ल्यूडी विभाग की लगभग तीन कि.मी.पक्की सड़क बुरी तरह खस्ताहाल हो चुकी है पूरे सड़क में बड़े बड़े गड्ढे बन गए जिसमें बरसात का पानी भरने से सड़क सरकारी झील व तालाब में तब्दील चुकी हैं क्षेत्र के ग्रामीणों का इस सड़क से गुजरना मतलब अपनी जान हथेली में रखकर चलने जैसा बात हो गई है ये सड़क दर्जनों ग्राम को पिथौरा ब्लाक केन्द्र व नेशनल हाईवे 53 से जोड़ने वाली एक मात्र व्यस्ततम सड़क मार्ग है जिसमें ग्राम जम्हर गोड़बहाल, मुढ़ीपार, राजाडेरा,छिबर्रा,कोकोभांठा,खुसरुपाली सहित बारनवापारा वनांचल क्षेत्र के हजारों लोग प्रतिदिन इस सड़क से हिचकोले खाते हुए अपनी जान जोखिम में डालकर गुजरने को मजबूर हैं

ऐसा लगता है सरकारी सिस्टम एवं स्थानीय जिम्मेदार छोटे बड़े जनप्रतिनिधि गण इस सड़क को क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए यमलोक के द्वार मौत का कुआं के रुप में प्रतिस्थापित करने की कसम खा चुके हैं व गड्ढे में तब्दील सड़क में किसी व्यक्ति के गिरकर दुर्घटनाग्रस्त होकर मरने का इंतजार कर रहे हैं की मंशा से कोई भी स्थानीय छोटे बड़े जन प्रतिनिधी गण या जिम्मेदार विभाग के अधिकारी कर्मचारी की नजरे भी अब तक इस मौत के द्वार जैसी खस्ताहाल सड़क पर नहीं पड़ी है बता दें की इस रास्ते से प्राथमिक से लेकर हायर सेकेंडरी स्कूल एवं कॉलेज में पढ़ने के लिए जाने वाले सैकड़ो छात्र छात्राएं प्रतिदिन इस गड्ढे और जानलेवा खस्ता हाल हो चुकी सड़क में अपनी जान जोखिम में डालकर चलने को मजबूर है।

क्षेत्र के जागरुक ग्रामीणों ने “छत्तीसगढ़ सृजन” के माध्यम से जनप्रतिनिधियों एवं जिम्मेदार सरकारी विभाग से इस सड़क की जल्द से जल्द मरम्मत किए जाने की अपील की है । मुख्य रुप से ये बात भी चिंताजनक है की अगर इस सड़क की मरम्मत नहीं की गई व इस खस्ताहाल सड़क में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त होने से किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो इसके जवाब देही किसकी होगी इसकी चिंता भी ग्रामीणों में मंडराने लगी है। अगर इस सड़क की जल्द मरम्मत नहीं किए तो क्षेत्र के ग्रामीण नेशनल हाईवे 53 में चक्का जाम करने की तैयारी में है। जिसकी जवाब देही स्थानीय शासन प्रशासन की होगी।





