



पिथौरा। महासमुंद वनमंडल के अंतर्गत वन परिक्षेत्र पिथौरा के गिरना बीट के वन कक्ष क्रं.230 में बीते दिनों सघन कंटीली झाड़ियों के बीच एक नर जंगली सूअर उम्र लगभग सात आठ वर्ष की फंसकर मौत होने की ग्रामीणों से जैसे ही सूचना मिली सूचना के आधार पर तत्काल डीप्टी रेंजर ललित पटेल,एवं फारेस्ट गार्ड ने अपने प्रभारी परिक्षेत्र अधिकारी सालिकराम डडसेना को सूचना देने के बाद उनके नेतृत्व में पिथौरा वन परिक्षेत्र की वन अमला पशु शैल्य चिकित्सक के साथ घटना स्थल पर रवाना किया गया जहां पूरे मामले पर कार्यवाही किया गया प्रथम दृष्टया पशु-शैल्य चिकित्सक व वन विभाग की जांच के बाद प्राप्त जानकारी के अनुसार जंगली सूअर की मौत प्राकृतिक रुप से कटीली झाड़ियां में फंस जाने से मृत्यु होना पाया मृत जंगली सूअर की लगभग तीन से चार दिन पहले मौत होने से सड़ गल चुका था जिसे मौके पर स.व.सं.(एसडीओ फारेस्ट )सरायपाली अनिल भास्करन की उपस्थिति में जलाकर नष्ट करने की कार्यवाही किया,सालिक राम डडसेना काफी अनुभवी उप वनक्षेत्रपाल हैं


वन विभाग की जमीनी कार्यवाही और निचले स्तर तक जाकर जांच करना एवं छोटे से छोटे वन्य अपराध से संबंधित कड़ियों को सुलझाने में वे अनुभवी माने जाते हैं उनके पिथौरा के प्रभारी परिक्षेत्र अधिकारी के पद पर स्थापन के बाद से वन परिक्षेत्र पिथौरा के सभी डिप्टी रेंजर फॉरेस्ट गार्ड और चौकीदार अन्य कर्मचारियों को सख्त दिशा निर्देश के बाद अपने कार्यक्षेत्र में लगातार भाग दौड़ करते देखे जा रहै है। प्रभारी परिक्षेत्र अधिकारी के रुप में सालिकराम डडसेना की पदस्थापन के बाद पिथौरा वन परिक्षेत्र के वन्य अपराध,अवैध अतिक्रमण जैसे मामले में कार्यवाही करने में विभागीय सक्रियता बढ़ी है।काफी कुछ बदलाव हुआ है। स्थानीय होने के नाते वे गंभीर है उनके रिटायरमेंट के लिए कुछ ही महीने शेष है
इसलिए प्रभारी वन परिक्षेत्र अधिकारी सालिकराम डडसेना के लिए प्रभारी परिक्षेत्र अधिकारी बनना चुनौतियों से भरा हुआ है


